चांदपुर। गांव दत्तियाना में गन्ने को बीमारी से बचाव के लिए डाले गए कीटनाशक को नकली बताने के मामले को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। मंगलवार को जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने चीनी मिल में स्टॉक की जांच की और नमूने लिए। इस दौरान किसानों ने जमकर हंगामा भी किया।
जलीलपुर क्षेत्र के गांव दत्तियाना निवासी किसान सौरभ त्यागी का आरोप है कि उसने 20 मई 2024 को चांदपुर मिल से गन्ना फसल के लिए कीटनाशक लिया था। मिल कर्मचारियों की उपस्थिति में गन्ने में कीटनाशक लगाया गया। दावा किया गया था कि तीन माह तक कोई बीमारी नहीं लगेगी। मगर, एक माह के अंदर ही फसल में रोग लग गया। किसान का आरोप है कि कीटनाशन नकली है। उसने मिल अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने और बर्बाद फसल का मुआवजा दिलाने की मांग की थी।
किसान की शिकायत पर मंगलवार को जिला कृषि रक्षा अधिकारी मनोज रावत ने किसान की फसल का निरीक्षण किया। इसके बाद जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने चांदपुर चीनी मिल पहुंचकर स्टॉक में मौजूद कीटनाशक दवाई के क्यूआर कोड की जांच की। नमूने भी लिए। उनके साथ गन्ना समिति सचिव जितेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।
इसी दौरान किसानों ने मिल प्रबंधन पर नकली दवाई देने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। दवाई का बिल भी न देने का आरोप लगाया। किसान सौरभ ने कार्रवाई न होने पर आत्महत्या करने की चेतावनी दी है। मौके पर किसान सौरभ त्यागी, योगेंद्र कुमार उर्फ भोला, नरेश ठाकुर, निखिल त्यागी आदि मौजूद रहे। चीनी मिल में कीटनाशक की जांच की गई है। दवाई के क्यूआर कोड की भी जांच की गई है। कीटनाशक के नमूने लिए गए हैं। जांच रिपोर्ट आने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।