साहिबाबाद। टीलामोड़ थाना क्षेत्र की एक किशोरी से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। किशोरी की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले गए। आरोप है कि टीलामोड़ पुलिस ने शिकायत पर बिना सुनवाई किए किशोरी को थाने से भगा दिया। किशोरी ने शुरुआत में सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया था। शालीमार गार्डन पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में अस्पताल के डॉक्टर पर घटना छुपाने की बात सामने आई है। पुलिस ने उसे हिरासत में लिया है।
टीलामोड़ थाना क्षेत्र में 15 वर्षीय किशोरी अपनी मां के साथ किराए के मकान में रहती है। दो साल पूर्व उसके पिता का देहांत हो गया था। मां शालीमार गार्डन थाना क्षेत्र में घरेलू सहायिका का काम करती हैं। किशोरी का आरोप है कि 11 जून को मकान मालिक का भतीजा मोहित ने उसे झांसा दिया कि उसकी मां की तबीयत खराब हो गई है। वह उसे मिलने के लिए शालीमार गार्डन में बुला रही है।
किशोरी घबराकर आरोपी के साथ शालीमार गार्डन पहुंची लेकिन जब उसे मां नहीं मिली तो आरोपी उसे बहाने से अपने 17 वर्षीय रिश्तेदार की बहन के घर ले गया। वहां कुछ देर इंतजार करने की बात बोलकर कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। किशोरी के बेसुध होने पर आरोपी ने उससे दुष्कर्म किया। इस दौरान उसकी तबीयत खराब हो गई। उसने अस्पताल ले जाकर इलाज करने के लिए कहा लेकिन मोहित ने मना कर दिया। किशोरी रोती हुई अपने घर पहुंची और मां को पूरी घटना बताई। इस पर मां मकान मालिक के घर गई और बेटी का इलाज करने के लिए कहा। मां और अन्य लोग किशोरी को पास के निजी अस्पताल में ले गए।
आरोप है कि किशोरी कार्रवाई के लिए ईद वाले दिन टीलामोड़ थाने पहुंची लेकिन उसकी शिकायत सुने बिना थाने से भगा दिया। मंगलवार को मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और मामले की गंभीरता से जांच शुरू की। पुलिस जांच में आया कि किशोरी पूर्व से मोहित को जानती थी और दोनों एक साथ शालीमार गार्डन गए थे। उसने घटना की शुरुआत में सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया था लेकिन पुलिस जांच में इसकी पुष्टि नहीं हुई। पुलिस जांच में दुष्कर्म की घटना शालीमार गार्डन थाना क्षेत्र की सामने आई।
किशोरी का आरोप है कि घटना की पुलिस से शिकायत करने पर मकान मालिक ने मां और उसे पर मामले को दबाने का दबाव बनाया था। कई दिन तक उन दोनों को घर से बाहर नहीं निकलने दिया था। इतना ही नहीं, अस्पताल में इलाज करने के बाद डॉक्टर ने पुलिस से पूरी घटना को कई दिन तक छुपाए रखा। शालीमार गार्डन पुलिस ने डॉक्टर को हिरासत में लेकर मकान मालिक की तलाश शुरू कर दी है।
बनान
डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल का कहना है कि मकान मालिक के भतीजे और उसके नाबालिग रिश्तेदार को गिरफ्तार किया गया है। जांच के दौरान मकान मालिक पर दबाव बनाने और डॉक्टर पर घटना को छुपाने की बात सामने आई है। डॉक्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ चल रही है। मकान मालिक की तलाश में टीम लगी है।