दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्षा और राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से सीएम आवास पर हुई मारपीट के मामले में पुलिस मुख्यमंत्री के निजी सचिव बिभव कुमार से पूछताछ कर उस दिन का सच जानने का प्रयास कर रही है। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी का कहना है कि बिभव जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। पुलिस ने उनसे पूछताछ के लिए 150 सवालों की सूची तैयार की है।
मामले की जांच कर रहे वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गुरुवार को स्वाति मालीवाल की शिकायत के बाद अचानक बिभव गायब हो गए थे। पुलिस सूत्रों का कहना है कि दो दिन गायब रहने के दौरान उन्होंने जमकर सबूतों से छेड़छाड़ की है। छानबीन के दौरान पता चला है कि बिभव ने घटना के बाद मुंबई जाकर अपना आईफोन-15 फॉर्मेट कर दिया।
रविवार को दिल्ली पुलिस की एक टीम जांच के लिए मुख्यमंत्री आवास पर पहुंची। कई लोगों से पूछताछ के बाद टीम ने सीएम आवास पर लगे सीसीटीवी कैमरों के डीवीआर और एक प्रिंटर को अपने कब्जे में लिया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि डीवीआर की जांच से पता चला कि मारपीट वाले समय की फुटेज डीवीआर से गायब है।
जांच में सहयोग न करने की वजह से बिभव कुमार अपने आईफोन का पासवर्ड भी नहीं बता रहे हैं। फॉरेंसिक और साइबर एक्सपर्ट की मदद से डिलीट गए डाटा को बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस उस दिन मुख्यमंत्री आवास पर ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मचारी और सुरक्षा कर्मियों की सूची तैयार कर रही है। उनसे भी जल्द पूछताछ की जाएगी।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एफआईआर दर्ज करने के बाद फौरन बिभव की तलाश शुरू कर दी गई थी। छानबीन की गई तो पता चला कि बिभव पंजाब में मौजूद हैं। एक टीम को फौरन पंजाब रवाना किया गया। टीम अभी पंजाब नहीं पहुंची थी कि पता चला कि वह पंजाब में नहीं मुंबई में मौजूद हैं।
पंजाब वाली टीम को आधे रास्ते से वापस बुला लिया गया। बाद में टीम मुंबई पहुंच गई। इस बीच शनिवार सुबह लोकल इंटेलिजेंस से पुलिस को पता चला कि बिभव मुख्यमंत्री आवास पर मौजूद हैं। जिले के स्पेशल स्टाफ को वहां भेजा गया। उस समय बिभव अपने कमरे में ही मौजूद थे। टीम को देखते ही वह खुद ही बाहर आ गया। गिरफ्तारी के समय आप सांसद राघव चड्डा भी वहीं मौजूद थे।
वहीं से सीधे बिभव को कश्मीरी गेट थाने लाकर पूछताछ की गई। वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। शाम करीब 4.15 बजे उनको औपचारिक तौर से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि छानबीन के लिए पुलिस की टीम बिभव को मुंबई भी लेकर जा सकती है। इस पर विचार किया जा रहा है।
मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए स्वाति के बयान, उनकी चोट और मेडिकल रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि सांसद के साथ बेरहमी से मारपीट करने के अलावा उनको घसीटा भी गया। क्या यह एकाएक आए गुस्से का नतीजा था या फिर इसके पीछे कोई गहरी साजिश है। हालांकि बिभव पुलिस की जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, लेकिन पुलिस फिर भी सच से पर्दा उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। मामले की जांच कर रहे एक अधिकारी ने बताया कि पिछले करीब नौ सालों से बिभव कुमार मुख्यमंत्री के निजी सचिव के रूप में काम कर रहे हैं। इस साल अप्रैल में उनकी सेवाएं समाप्त हो चुकी थीं। इसके बाद भी वह अपने पद पर बने हुए थे। इसके पीछे कोई खास वजह थी। पुलिस उनसे पूछताछ कर इसका पता लगा रही है।
कुछ लोगों ने यह भी दावा किया है कि बिभव कुमार दिल्ली से बाहर नहीं गए थे। उन्होंने अपना मोबाइल किसी के हाथ पंजाब और मुंबई भेजा। बाद में उसे मुंबई में फॉर्मेट करवा दिया गया। वह अपराध स्थल पर ही रुककर सबूतों के साथ छेड़छाड़ करते रहे। पुलिस इन सब तथ्यों से पर्दा उठाने का प्रयास कर रही है।
. वारदात वाले दिन स्वाति मालीवाल कितने बजे मुख्यमंत्री आवास पर पहुंची।
. उनके आने के समय बिभव कुमार कहां पर मौजूद थे।
. उनको यह किसने बताया कि स्वाति सीएम से मिलने आई हैं।
. क्या स्वाति ने सीएम आवास पर आने के लिए कोई अपाइंमेंट लिया था।
. स्वाति मालीवाल कितने सालों से पार्टी से जुड़ी हुई हैं।
. क्या इससे पूर्व सीएम आवास पर आने पर स्वाति ने अपाइंमेंट लिया था।
. स्वाति मालीवाल के साथ उन्होंने मारपीट क्यों की।
. सीएम आवास पर सिक्योरिटी को किसने बुलाया।
. वारदात के समय सीएम हाउस में कौन-कौन लोग मौजूद थे।
. क्या घटना की जानकारी सीएम को दी गई थी।
. इस घटना के बाद वह कहां-कहां गए।
. वारदात के तीन दिन बाद उन्होंने शिकायत क्यों दी।
. मामला दर्ज होने के बाद उन्होंने अपना मोबाइल फोन फॉर्मेट क्यों कर दिया।