मुजफ्फरनगर। गोल्डन कार्ड के लिए किसानों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार की जा रही है। किसानों का पूरा विवरण डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में संकलित किया जाएगा। राजस्व विभाग के भूलेख के डेटा बेस को समेकित कर प्रत्येक राजस्व ग्राम के प्रत्येक समान नाम व पिता के नाम वाले कृषकों को समेकित करते हुए ऑन लाइन बकेट तैयार कर राज्य को ऑन लाइन उपलब्ध कराया जाएगा।
मोबाइल एप के माध्यम से कृषक के सभी गाटों को सम्मिलित करते हुए कृषक के आधार से लिंक किया जाएगा। कृषक से ऑनलाइन सहमति प्राप्त करते हुए ई-केवाईसी की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। किसान का नाम, पिता का नाम, स्वामित्व वाले समस्त गाटा संख्या, सह खातेदार होने की स्थिति में गाटे का किसान का अंश, मोबाइल नंबर, आधार संख्या, ई-केवाईसी विवरण फार्मर रजिस्ट्री में दर्ज होगा।
किसी प्रकार के स्वामित्व हस्तांतरण विरासत बैनामा आदि होने पर फार्मर रजिस्ट्री स्वत: ही बदल जाएगी। उप निदेशक कृषि संतोष यादव ने बताया कि जिले में एक जुलाई से लेकर 31 जुलाई तक किसान गोल्डन कार्ड बनाने का अभियान चलाया जाएगा। ग्राम पंचायत कार्यालय पर ही राजस्व एवं कृषि विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे। पीएम किसान सम्मान निधि के समस्त पात्र इसमें शामिल होंगे।