नई दिल्ली। डायबिटीज आजकल एक आम बीमारी हो गई है जिसके मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं. भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या 10 करोड़ से अधिक है और 20 सालों में इसके दोगुना होने की आशंका है.
डायबिटीज होने के बाद इंसान को अपनी लाइफस्टाइल में बड़े बदलाव करने पड़ते हैं जिसमें डाइट का बदलाव अहम होता है.
बढ़ते डायबिटीज के मामलों को देखते हुए हेल्थ एक्सपर्ट्स सलाह दे रहे हैं कि लोगों को डायबिटीज से बचने के लिए अभी से उपाय शुरू कर देने चाहिए.
सुबह खाली पेट हम क्या खाते हैं, इसका हमारे ब्लड शुगर पर बहुत असर होता है. डॉक्टर्स सलाह देते हैं कि डायबिटीज से बचाव के लिए सुबह खाली पेट कुछ सुपरफूड्स का सेवन करना चाहिए.
करेला भले ही कड़वा होता है लेकिन अपने गुणों के कारण सुपरफूड में गिना जाता है. सुबह खाली पेट करेले का जूस पीने से इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है जिससे भविष्य में डायबिटीज का खतरा कम होता है.
करेले का जूस
करेले में पॉलीपेप्टाइड-पी पाया जाता है जो इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाता है. इसमें मौजूद Vicin और Lectin पैंक्रियाज को इंसुलिन के स्राव के लिए प्रोत्साहित करता है. नियमित रूप से करेले के जूस का सेवन हमें डायबिटीज से बचाए रखता है.
मेथी दाना
मेथा दाना अपने एंटी-डायबिटीक गुणों के लिए जाना जाता है. मेथी दाने में सॉल्यूबल फाइबर होता है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है. रातभर भिगोए हुए मेथी दाने के सेवन या फिर उन्हें ब्रेकफास्ट में डालकर खाने से डायबिटीज होने का खतरा कम होता है.
हल्दी पानी
हल्दी में करक्यूमिन पाया जाता है जो एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों और एंटी-ऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है. कई शोध में यह देखा गया है कि हल्दी ब्लड शुगर को कम कर इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाती है.
सुबह के वक्त एक गिलास पानी या एक गिलास दूध में एक चुटकी हल्दी डालकर पिएं. इससे भविष्य में डायबिटीज होने का खतरा कम होगा.
दालचीनी की चाय
दालचीनी इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाने में मदद करती है और ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म पर भी सकारात्मक असर डालती है. दालचीनी एंटी-ऑक्सिडेंट्स से भरपूर होती जो डायबिटीज को रोकने में कारगर मानी जाती है.
आंवले का जूस
आंवले का जूस विटामिन सी से भरपूर होता है और यह अपने एंटिऑक्सिडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है. आंवले का नियमित सेवन ब्लड शुगर को कम रखकर डायबिटीज के खतरों से हमें बचा सकता है.