बागपत। जिले में तीन गो संरक्षण केंद्र बनकर तैयार हैं और अब एक अन्य संरक्षण केंद्र बनाने की शासन ने स्वीकृति दे दी है। शासन से स्वीकृति मिलने के बाद पशुपालन विभाग के अधिकारी जमीन की तलाश में जुट गए हैं। विभाग को जून महीने के अंत तक जमीन की तलाश कर शासन को प्रस्ताव भेजना है। इस केंद्र में 300 से अधिक गोवंश को रखने की क्षमता होगी।
जिले में बेसहारा गोवंश के कारण किसानों व लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। खेतों में गोवंश के घुसने से जहां किसानों की फसल नष्ट हो रही है। वहीं निराश्रित गोवंश हादसे का कारण भी बन रहे हैं। ऐसे में गोवंशों को गो संरक्षण केंद्र में रखने की व्यवस्था के लिए शासन ने एक और गो संरक्षण केंद्र बनाने की स्वीकृति दे दी है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को पत्र भेजकर गो संरक्षण केंद्र के लिए जमीन तलाशने के आदेश दिए हैं।
यह केंद्र एक करोड़ 60 लाख रुपये की लागत से बनाया जाएगा। केंद्र में 300 से अधिक पशुओं को रखने की व्यवस्था की जाएगी। अभी तक जिले में शासन द्वारा पांच गो संरक्षण केंद्र बनाए जा चुके हैं। इनमें से दो चालू हैं और तीन गो संरक्षण केंद्र जून माह के अंतिम सप्ताह में चालू हो जाएंगे।
गो संरक्षण केंद्र निर्माण के लिए जमीन को डीएम को पत्र लिखा गया है। प्रधानों को भी जमीन के लिए पत्र लिखा गया है। जमीन मिलने के बाद प्रस्ताव शासन को भेजने के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। -डा. सर्वेश सिंह, प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी