बागपत।  खेकड़ा एसडीएम ज्योति शर्मा व बीडीओ बाल गोविंद यादव पर जूम मीटिंग में अभद्र भाषा के इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए सचिवों ने मोर्चा खोल दिया। उन्होंने कार्य बहिष्कार कर विकास भवन में हंगामा कर धरना दिया और डीएम से मामले की शिकायत की। सचिव मांग पर अड़े हैं कि एसडीएम व बीडीओ उनसे माफी मांगें या उनपर कार्रवाई की जाए। अगर, ऐसा नहीं होता है तो वे बृहस्पतिवार से सभी ब्लॉक में धरना शुरू करेंगे।

ग्राम विकास अधिकारी एवं ग्राम पंचायत अधिकारी समन्वय समिति के जिलाध्यक्ष प्रमोद शर्मा व महामंत्री संदीप कुमार ने कहा कि मंगलवार को शाम आठ बजे फार्मर रजिस्ट्री व क्रॉप सर्वे को लेकर जूम मीटिंग हुई थी। मीटिंग के दौरान खेकड़ा एसडीएम ज्योति शर्मा व बीडीओ बाल गोविंद यादव ने सचिवों के प्रति अभद्र भाषा व अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उनका अपमान किया है। इसकी रिकाॅर्डिंग भी वायरल हो रही है।

कहा कि शासनादेश में भी सचिवों काे इन कार्यों से ड्यूटी से मुक्त करने की बात कही गई है, लेकिन फिर भी ड्यूटी लगाई जा रही है और उनका अपमान किया जा रहा है। फार्मर रजिस्ट्री व क्रॉप सर्वे के लिए अलग से कर्मचारी रखे जाने हैं, लेकिन फिर भी वह कार्य कर रहे हैं। कहा कि उनको इन कार्यों में लगाने से पंचायतों का कार्य प्रभावित हो रहा है और सीएम डैश बोर्ड पर भी स्थिति खराब हो रही है।

इस दौरान प्रिंस जैन, हरिओम त्यागी, प्रदीप कुमार, सुरेंद्र कुमार, इंद्रजीत, जोनी चौधरी, विकुल तोमर, अनिल मान, गौरव राणा, कृष्ण तोमर आदि मौजूद रहे।

डीएम कैंप कार्यालय में डीएम अस्मिता लाल व सीडीओ नीरज श्रीवास्तव ने प्रतिनिधि मंडल से वार्ता की। डीएम ने उनकी बात और रिकाॅर्डिंग सुनने के बाद कहा कि इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद भी सचिव बुधवार को माफी मांगने या कार्रवाई किए जाने पर अड़े रहे।

अधिकारियों के पास एक ऑडियो लेकर सभी सचिव पहुंचे। उसको सुनवाते हुए कहा कि इस तरह से अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है। उस ऑडियो में एसडीएम की तरफ से कहा जाता है कि बीडीओ साहब आपका कंट्रोल नहीं है भाई। ऐसे निहायती बदतमीज सचिव तो मैंने कहीं नहीं देखे। इसके बाद बीडीओ कहते हैं कि से सभी मोटी चमड़ी वाले हो गए हैं। मैंने लेटर लिख दिया है और लिखा पढ़ी शुरू कर दी है। मेल भी कर रहा हूं। इसके बाद कहा जाता है कि निहायती बदतमीज, निहायती निकम्मे, निहायती झूठे, निहायती मक्कार सचिव नहीं देखे मैंने। इस तरह से भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है।

एसडीएम ज्योति शर्मा ने कहा कि सभी सचिवों के कार्यों की जांच की जा रही है। जांच न हो, इसके लिए दबाव बनाने को आरोप लगाकर हड़ताल कर धरना दे रहे हैं। मैंने मीटिंग में सिर्फ नकारापन, कामचोरी करने की बात कही है। सचिवों के कार्य नहीं करने के कारण सीएम डैशबोर्ड पर भी जिले की स्थिति काफी खराब हो रही है। माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं है। इन सभी के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीपीआरओ को भी पत्र लिखा गया है और इनकी जांच कराई जाएगी।

मुझसे मिलने के लिए सचिव आए थे और मैंने उनको समझाया है। इस बारे में उनसे बातचीत की जा रही है। उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा। – अस्मिता लाल, डीएम