पटना. सड़कों पर कई मॉडल का बुलेट चलते हुए आपने देखा होगा लेकिन क्या कभी सोने का बुलेट चलते हुए देखा है. अगर नहीं तो आज हम आपको सोने की बुलेट के बारे में बताने जा रहे हैं. गोल्डन कलर की यह चमचमाती हुई सोने की बुलेट की सारी खसियत बुलेट वाली ही है लेकिन इसके बॉडी पर 24 कैरेट गोल्ड की परत चढ़ाई गई है. लगभग 200 से 300 ग्राम सोने की परत चढ़ाई गई है. यह करने में लगभग 13 से 14 लाख रुपए खर्च हुआ है.
यह काम कोई ऐसा ही इंसान कर सकता है जिसको सोने से बेइंतहा मोहब्बत हो. पूरे बिहार में एक ही ऐसा इंसान है जो प्रत्यक्ष रुप से सोने के प्रति प्रेम को जाहिर करता है. नाम है प्रेम कुमार सिंह जो गोल्डन मैन ऑफ बिहार के नाम से जाने जाते हैं.
5 किलो 400 ग्राम पहनते हैं गोल्ड
बिहार के गोल्डन मैन के नाम से चर्चित प्रेम सिंह मुख्य रुप से भोजपुर जिले के रहने वाले हैं. बचपन से सोने से लगाव था. पहनते भी थे लेकिन कम मात्रा में. छह साल पहले सोना के प्रति प्रेम ऐसा जागा कि एक दो नहीं बल्कि 5 किलो 200 ग्राम सोना पहन कर चलने लगे. अब तो यह आंकड़ा 5 किलो 400 ग्राम का हो गया है.गले में सोने की अलग अलग मोटी चेन, सभी उंगलियों में रिंग, कलाई पर भी आभूषण के बाद अब तो सवारी भी सोने की हो गई है. करीब 14 लाख रुपए खर्च कर प्रेम सिंह ने गोल्डन बुलेट तैयार करवाई है.
सेल्फी लेने के लिए उतावले हो जाते हैं लोग
सोने के बीच जिंदगी जीने का यह अंदाज प्रेम सिंह को सबसे अलग बनाती है. 5 करोड़ से भी ज्यादा रूपए का सोना धारण किए प्रेम सिंह जब अपनी गाड़ी से उतरते हैं तो लोगों में सेल्फी लेने के लिए होड़ मच जाती है. पेशे से सरकारी ठेकेदार और खानदान से जमींदार प्रेम सिंह बताते हैं कि शुरुआत 50 ग्राम से हुआ था लेकिन जिस तरीके से बूंद बूंद से तालाब भरता है उसी प्रकार धीरे धीरे मेरे शरीर पर गोल्ड बढ़ने लगा और आज 5 किलो 400 ग्राम हो गया.
8 किलो का है लक्ष्य
प्रेम सिंह का दावा है कि वो बिहार के पहले और देश के दूसरे गोल्ड मैन हैं. पहले स्थान पर जो है वो 7 से 8 किलो के करीब सोना पहन कर चलता है. इनका मकसद है कि एक दिन यह दूसरे स्थान से उपर उठकर पहले स्थान पर बनें. इसके लिए लगातार गोल्ड खरीदने में बढ़ोतरी करते रहते हैं. बुलेट के बाद अब सोने की पगड़ी और चश्में का निर्माण चल रहा है.
गोल्डेन मैन बताते हैं कि इस शौक को पूरा करने के लिए कमाई का ज्यादातर हिस्सा सोना पर ही खर्च करता हूं और कोशिश है कि 8 किलो का आंकड़ा पार करूं और बिहार का यह गोल्ड मैन, देश का गोल्ड मैन बनें. उन्होंने आगे बताया कि यह सारा गोल्ड ईमानदारी की कमाई का है. सबका हिसाब किताब है इसलिए इनकम टैक्स या किसी भी एजेंसी का डर नहीं रहता है. अब इतना सारा गोल्ड है तो सुरक्षा की दृष्टि से 4 बाउंसर भी लेकर चलते हैं.